2025 में हेमकुंट साहिब के कपाट कब खुलेंगे?

Mohit Bangari
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हेमकुंट साहिब, उत्तराखंड का प्रसिद्ध सिख तीर्थ स्थल, हर साल सीमित अवधि के लिए खोला जाता है। गुरुद्वारा गोविंदघाट प्रशासन ने घोषणा की है कि 2025 में हेमकुंट साहिब के कपाट 25 मई को श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे।
हेमकुंट साहिब कपाट खुलने की आधिकारिक घोषणा
गुरुद्वारा समिति के अधिकारियों ने पुष्टि की है कि 25 मई 2025 को हेमकुंट साहिब के कपाट खोले जाएंगे। गुरुद्वारा गोविंदघाट प्रशासन ने यह निर्णय एक बैठक के दौरान लिया और इसकी आधिकारिक घोषणा कर दी गई है। यह खबर सुनते ही श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखा जा रहा है।
हेमकुंट साहिब यात्रा की तैयारियां
जैसे ही हेमकुंट साहिब यात्रा 2025 की तिथि घोषित हुई, श्रद्धालुओं ने अपनी यात्रा की योजना बनानी शुरू कर दी है। इस साल यात्रा के लिए अच्छी भीड़ की संभावना है। सरकार और गुरुद्वारा प्रशासन ने रिशिकेश से हेमकुंट साहिब तक के मार्ग पर भोजन और ठहरने की सुविधाएं देने की योजना बनाई है।
हेमकुंट साहिब जाने वाला पहला जत्था
हर साल की तरह इस बार भी पहला जत्था मई के तीसरे सप्ताह में रवाना होगा। 25 मई 2025 की सुबह हेमकुंट साहिब के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोले जाएंगे।
हेमकुंट साहिब का वर्तमान मौसम और चुनौतियां
इस समय हेमकुंट साहिब में 4-4.5 फीट तक बर्फ जमी हुई है और पूरा मार्ग बर्फ से ढका हुआ है। इस कारण मार्ग की साफ-सफाई और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं।
हेमकुंट साहिब का परिचय
हेमकुंट साहिब, चमोली जिले में स्थित एक प्रमुख सिख तीर्थ स्थल है। यह 4632 मीटर (15,200 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है। यह जगह ग्लेशियर झील और सात पहाड़ों से घिरी हुई है। हर साल हजारों श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए आते हैं।
हेमकुंट साहिब कैसे पहुंचें?
हेमकुंट साहिब तक पहुंचने के लिए आपको पहले गोविंदघाट पहुंचना होगा। इसके बाद गोविंदधाम (घांघरिया) तक 19 किमी की ट्रेकिंग करनी होती है और फिर वहां से 6 किमी की कठिन चढ़ाई करने के बाद हेमकुंट साहिब पहुंच सकते हैं।
यात्रा के लिए आवश्यक तैयारी
गर्म कपड़े और रेनकोट लेकर चलें क्योंकि मौसम ठंडा रहता है।
ट्रेकिंग शूज और स्टिक आवश्यक होगी।
चिकित्सा किट और जरूरी दवाइयां साथ रखें।
सुरक्षा के लिए तय किए गए मार्गों का ही पालन करें।
यात्रा के दौरान सुविधाएं
भोजन और लंगर की सुविधा मार्ग में विभिन्न स्थानों पर उपलब्ध होगी।
रुकने के लिए धर्मशालाएं और होटल गोविंदघाट और घांघरिया में उपलब्ध रहेंगे।
हेमकुंट साहिब के पास अन्य दर्शनीय स्थल
वैली ऑफ फ्लावर्स: घांघरिया से मात्र 4 किमी की दूरी पर स्थित है।
गोविंदघाट गुरुद्वारा: जहां से यात्रा शुरू होती है।
बद्रीनाथ धाम: हेमकुंट साहिब से कुछ दूरी पर स्थित प्रमुख हिंदू तीर्थ स्थल।
निष्कर्ष
हेमकुंट साहिब यात्रा 2025 एक आध्यात्मिक और प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर अनुभव होने वाला है। 25 मई 2025 को कपाट खुलने की तिथि घोषित होने के बाद अब श्रद्धालु अपनी यात्रा की योजना बना सकते हैं। अच्छी तैयारियों के साथ यह यात्रा यादगार साबित होगी।
–मोहित बंगारी
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